भारत मे जिहादी समुदाय का नया षडयंत्र, फलों और सब्जियों पर थूकने और मूतने का चलन, सामाजिक बहिष्कार शुरू

इस कोरोना संकट के समय भी जिहादी समुदाय पूरी दुनिया में समस्याएं पैदा कर रहा है। फिलहाल, पूरी दुनिया कोरोना वायरस समस्या को रोकने के लिए संघर्ष कर रही है। अब तक भारत ने सफलतापूर्वक कोरोना वायरस को नियंत्रित किया है। इस संकट के समय में भी जिहादी समुदाय लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। आइये इसके बारे में बात करते हैं।

जब हम गांव के बाजार में जाते हैं तो हम अच्छे और ताजी फल और सब्ज़ियाँ खरीदते है। इसके लिए हम अच्छी रकम खर्च करने से नहीं हिचकते। कोई भी सड़ा-गला और दूषित भोजन नहीं खरीदना चाहता।  

मैं पिछले कई दिनों से मन को विचलित करने वाले रिपोर्ट्स देख रहा हूँ। भारतीय मीडिया के कई न्यूज़ चैनलों, अखबारों, सोशल मीडिया पर यह रिपोर्ट किया गया की कई मुस्लिम वेंडर फलों और सब्जियों पर थूक और मूत्र लगा कर प्रदूषित खाद्य पदार्थों को बेच रहे है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक मुस्लिम फल विक्रेता सेव पर थूक लगाते हुए दिख रहे है। 

पुलिस ने उस जाहिल फल विक्रेता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस तरह की एक घटना उत्तर प्रदेश के मेरठ में भी हुई। भरतपुर(राजस्थान) में मुस्लिम फल और सब्जी विक्रेता चांद मोहम्मद तथा उसके बेटे नासिर पर इसी तरह के मामले में केस हुआ। मामला दर्ज होने के बाद आरोपी बाप बेटे फरार हो गए। इस तरह की कई रिपोर्ट्स के आने से आम जनता गुस्से में है।

कोरोना संकट के इस समय मे इस मूर्खतापूर्ण हरकतों से देश का जिहादी समुदाय देश मे बीमारी के प्रसार की मंशा रखता है। कोई बेवकूफ ही होगा जो थूक और पेशाब से शुशोभित खाद्य पदार्थ खरीदना पसंद करेगा। 

लगातार ऐसी खबरों के आने से देश की जनता ने जाहिल मुस्लिम फल और सब्जी विक्रेताओं का आर्थिक बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। दिल्ली में लोग फल/सब्ज़ी लेने से पहले विक्रेताओं से सामान खरीदने के पहले उनका नाम पूछ रहे है और आधार कार्ड भी चेक हो रहा हैं। लोगो ने मुस्लिम व्यपारियो का बहिष्कार करना शुरू कर दिया है। दिल्ली की कई कालोनियों में मुस्लिम फल और सब्जी विक्रेताओं को घुसने से मना किया गया। 

जब मुस्लिम व्यपारियो के बहिष्कार की मुहिम जोर पकड़ने लगी टैब विदेशो से मिले पेट्रो डॉलर की खुराक लेने वाली भारत की जिहादी मीडिया ने हंगमा काटना शुरू कर दिया। जब मुस्लिम व्यपारी थूक और मूत्र का छिड़काव करके फल और सब्जी बेच रहे थे तब भारतीय मीडिया के बिकाऊ पत्रकारों और चैनलों को कोई दिक्कत नही थी। 

आप भी फल/सब्ज़ी खरीदते समय सावधानी बरतें। विश्वसनीय दुकानदारों से ही समान खरीदे। समान खरीदने से पहले दुकानदार की पहचान जरूर सुनिश्चित करे। सेक्युलर बनने के चक्कर मे गलत लोगो से प्रदूषित सब्ज़ी न खरीदे। 

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