ज़ी न्यूज़ के पत्रकार सुधीर चौधरी के खिलाफ के खिलाफ केरल में एफ आई आर
आजकल देश में पत्रकारों को धमकाने का चलन बढ़ गया है. हर वक्त फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन का राग अलापने वाले लोग कठिन सवाल पूछने पर पत्रकारों को धमकाने का काम कर रहे हैं. महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की सुनियोजित तरीके से हत्या करने पर जब अरनव गोस्वामी ने सोनिया गांधी से सवाल किया तो उसके खिलाफ पूरे देश में FIR किए गए. दो कांग्रेसी गुंडों ने अर्नव गोस्वामी पर हमला किया जिसे अदालत ने बेल पर छोड़ दिया है.
देश में मुसलमानों और ईसाइयों की हत्या पर हंगामा खड़ा करने वाली इटालियन महिला एंटोनियो माइनो ने पालघर में हिंदू साधुओं की बेरहम हत्या पर अभी तक अपना मुंह के शटर अभी तक खोलना जरूरी नहीं समझा है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा अर्णब गोस्वामी के खिलाफ राजनीति से प्रेरित सारे मामले को निरस्त करने और रिपब्लिक टीवी तथा पत्रकार को सुरक्षा देने के निर्देश देने के बावजूद महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस अर्णब गोस्वामी को परेशान कर रहे हैं। मुम्बई पुलिस ने अपने राजनीतिक आकाओ के निर्देश पर अर्णब गोस्वामी से अपराधियों जैसा बर्ताव करते हुए करीब साढ़े 13 घंटे तक पूछताछ की। रिपब्लिक टीवी के एक अन्य पत्रकार से भी काफी पूछताछ हुई है।
इस देश मे भ्रष्ट नेताओं ने अपने चमचे पत्रकारो, दरबारियों, वकीलो, अंधभक्तो, और टट्टुओं की भारी भीड़ जमा कर रखी है। इन लोगो ने देश मे एक ऐसा माहौल बनाया है विदेशी औरत एंटोनियो माइनो, उसके मूर्ख पुत्र राहुल गांधी, स्वघोषित सेक्युलर नेताओ और बुद्धिजीवियों, तथा मुसलमानों से सवाल पूछना कोई गुनाह हो। गधो में जमात अब अरनब गोस्वामी के बाद ज़ी न्यूज़ के वरिष्ठ पत्रकार सुधीर चौधरी को टारगेट कर रहे है।
हमे प्राप्त जानकारी के अनुसार, केरल में सुधीर चौधरी के खिलाफ मुसलमानों को भावनाओ को आहत करने का मामला दर्ज हुआ है। कुछ दिन पहले सुधीर चौधरी ने मुसलमानों के विभिन्न प्रकार के जिहाद का भंडाफोड़ किया था। इससे देश का मुस्लिम समुदाय, स्वघोषित सेक्युलर नेता और बुद्धिजीवी आग बबूला हो गए। उसी टेलीकास्ट को आधार बनाकर जिहादी तत्वो ने सुधीर चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। ये देश की स्वतंत्र मीडिया पर आक्रमण है जिसका पुरजोर विरोध होना चाहिए। सुधीर चौधरी ने भी इस FIR का स्वागत किया है।
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