कोरोना वायरस ने धूमिल की पश्चिमी देशों की चमकदार इमेज, अब विदेश जाने से पहले काफी सोच विचार करेंगे भारतीय
प्रिय पाठकगण
कोरोना वायरस की महामारी ने पूरी दुनिया मे तबाही मचा रखी है। चीन के वुहान शहर से निकला यह खतरनाक वायरस अब लगभग हर जगह फैल चुका है। इस जानलेवा बीमारी की वजह से पूरी दुनिया मे करीब 2 लाख लोग मर चुके है और 30 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित है। अभी तक इस बीमारी से बचाव का कोई टीका मार्केट में उपलब्ध नही है।
इस वायरस ने विकसित देशों में काफी तबाही मचाई है। स्पेन, इटली, फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका जैसे धनी और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं वाले देश मे काफी लोग कोरोना वायरस की वजह से काफी लोग मारे गए है। इन देशों में राजनेताओं ने इस स्वास्थ्य समस्या को ठीक से नही समझा और चीन से यारी निभाने के लिए अपने ही नागरिकों की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया। परिणाम सबके सामने है।
ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में एक देश के लोगो का दूसरे देश मे पढ़ाई, व्यापार, पर्यटन, मेडिकल ट्रीटमेंट, इत्यादि के लिए दूसरे देश मे जाना आम बात है। भारत मे बहुत सारे लोगो को किसी भी हाल में विदेश जाने और वहाँ बसने का भूत सवार है। यहाँ के लोग विदेश जाने के लिए अपनी पुश्तैनी जमीन, कीमती जेवर, मकान तक बेच देते है और जरूरत पड़ने पर कर्ज भी उठाते है। लोगो का बस एक ही सपना होता है किसी तरह विदेश पहुँच जाओ और फिर उनके अच्छे दिन शुरू।
दो विश्व युद्ध के बाद पश्चिमी देशों ने काफी तरक्की की है। अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड, स्पेन, इटली, कनाडा जैसे देशों में काफी इंडस्ट्रियल डेवलोपमेन्ट हुआ है। इन देशों में रोजगार के बेहतर मौके उपलब्ध है, प्रति व्यक्ति आय अधिक है, अपने तरीके से जीवन जीने की आजादी है और सरकारे भी अपने नागरिकों का भरपूर ख्याल रखती है। कई देशों में बेरोजगार लोगो के लिए बेरोजगारी भत्ता भी मिलता है। करोड़ो भारतीय लोगो ने कट्टर इस्लामिक देशों में भी प्रवास किया है।
आजकल विदेश जाना काफी आसान है। अगर आपके पास एक वैलिड पासपोर्ट और वीसा है तो आप आराम से विदेश जा सकते है। कई भारतीय विदेश जाने के लिए अवैध तरीके का इस्तेमाल करते है। जब विदेशी पुलिस उन्हें पकड़ती है तो या तो वो जेल में सड़ते है या वापस उन्हें भारत वापस भेज दिया जाता है।
भारत मे काफी लोग विदेश जाने और वहां स्थायी रूप से बसने के बारे में सोचते है। विदेशो के साफ सुथरे शहर, चमचमाती बिल्डिंग्स, खूबसूरत समुद्री किनारे और ज्यादा आमदनी हमेशा ही भारतीय लोगो को आकर्षित करता है। ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में करोड़ो लोग विकसित देशों में गए और बस गए। कई विकसित देशों की स्थानीय आबादी अब इमीग्रेशन के खिलाफ है। उन्हें लगता है विदेशियों के आने से उनके देश के संसाधनों पर अनावश्यक भार पर रहा है। इसलिए कई देश अवैध अप्रवासियों के खिलाफ कदम उठा रहे है।
कोरोना वायरस के संक्रमण ने पूरी दुनिया मे विकसित देशों की चमचमाती छवि को धूमिल किया है। उत्तम हेल्थ-केयर फैसिलिटी होने के वाबजूद कई विकसित देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला। लाखों लोग मारे गए और कई लोगो को इलाज नही मिल पाया। यही वजह है कि वेस्टर्न कन्ट्रीज में लोग अब जाने के पहले बहुत सोच विचार करेंगे।
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