बिहार में मुस्लिमों ने मस्जिद में दी हिंदू लड़के की बलि, स्थानीय प्रशासन ने पीड़ित परिवार को मदद देने के बजाय टरकाया

बिहार पूरे देश में आज भी जंगलराज, लूटपाट, गुंडागर्दी, रंगदारी, भ्रष्टाचार, बेवकूफ नेताओं के मूर्खतापूर्ण बयान, बाढ़, बीमारी, उच्च अपराध दर, जातीय नरसंहार, भीषण बेरोजगारी, पलायन, इत्यादि के लिए बदनाम है. अब भारत का कोई भी अखबार उठा कर देख लो, उसमें बिहार के बारे में नकारात्मक खबरें ही बड़ी रहती हैं. इस बार भी बिहार से आने वाली खबर नकारात्मक ही है. 

किसी भी क्षेत्र में मुस्लिम आबादी बढ़ने के साथ-साथ उस क्षेत्र में मुसलमानों की गुंडागर्दी काफी बढ़ जाती है. भारत में कई एक्टिव सोशल मीडिया यूजर्स यह कहते हुए पाए जाते हैं किसी हिंदू बहुल इलाकों में मुस्लिम परिवार बिना किसी परेशानी के रह सकते हैं. लेकिन किसी भी मुस्लिम बहुल इलाकों में अल्पसंख्यक हिंदुओं का रहना दूभर हो जाता है क्योंकि मुसलमान बहुसंख्यक होते ही अल्पसंख्यक लोगों पर जुल्म ढाना शुरू कर देते हैं. पाकिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यक आबादी के साथ मुस्लिम आबादी द्वारा किया गया दुर्व्यवहार इसका सबसे बड़ा उदाहरण है.

एक ऑनलाइन पोर्टल में छपी खबर के अनुसार बिहार के गोपालगंज जिले में मुसलमानों ने ओबीसी कैटिगरी से ताल्लुक रखने वाले एक गरीब और बेसहारा नाबालिक हिंदू लड़के को पकड़ कर मस्जिद में उसकी बलि चढ़ा दी और लाश को नदी में फेंक दिया. इस मामले में लोकल पुलिस विक्टिम के परिवार को कोई मदद नहीं दे रही है. क्योंकि इस मामले में विक्टिम हिंदू समुदाय से ताल्लुक रखता है और अपराधी मुस्लिम है इसलिए लोकल और नेशनल मीडिया ने इस पर बवाल काटना जरूरी नहीं समझा. पुलिस द्वारा तंग किए जाने पर विक्टिम का परिवार बिहार छोड़कर यूपी चला गया है. पुलिस पर विक्टिम के साथ गाली गलौज करने का आरोप लगा है।

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