हिन्दू धर्म के खिलाफ प्रोपेगैंडा तेज, कई फिल्मी कलाकार विवादों के घेरे में
भारत मे फ़िल्म और विभिन्न टेलीविजन चैनलों पर दिखाए जाने वाले धारावाहिक जनता की मनोरंजन के मुख्य सोर्स है। ग्रामीण भारत मे आज भी बड़े पैमाने पर सिनेमा और धारावाहिक को देखा जाता है। यही कारण है कि भारत मे फ़िल्मी कलाकारों की बहुत पूछ होती है। आम जनता अपने चहेते अभिनेता और अभिनेत्रियों की एक झलक पाने के बेताब रहते है।
साउथ इंडिया में पब्लिक का पागलपन यह है कि वहाँ लोकप्रिय फिल्मी कलाकारों की पूजा की जाती है और उनके मंदिर बने हुए है। भारत की जनता अपनी मेहनत की कमाई में से कुछ पैसे निकाल कर इन फिल्मी सितारों के फिल्मो को बार बार देख के उन्हें सुपरस्टार बना देती है और ढेर सारा पैसा कमाने का मौका देती है।
मैं बचपन से ही हिंदी फिल्में देखने का शौकीन था। अपने विद्यार्थी जीवन मे पैसे बचा के सिनेमा हॉल में कलाकारों की मूवीज देखता था। उम्र बढ़ने के साथ-साथ वो आदत बदल गई। हिंदी फिल्मों की उबाऊ और घिसी पिटी थ्योरी को देख देख कर मन में कुढ़न सी होने लगी। सिनेमा में फ़िल्म देखे एक जमाना हो गया। आजकल मैं यूट्यूब और अमेजन प्राइम पर देश विदेश की अच्छी मूवीज देख कर अपना मनोरंजन करता हूँ।
हाल के दिनों में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में हिन्दू विरोधी फ़िल्म बनाने और हिन्दू धर्म को नीचा दिखाने का सिलसिला तेज हो गया है। हाल ही में फ़िल्म अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के निर्देशन में बनने वाली अमेज़न प्राइम की वेब सीरीज "पाताल लोक" पर विवाद बढ़ गया है और सोशल मीडिया पर इसके बॉयकॉट की अपील की जा रही है।
इस वेब सीरीज में औसत दर्जे की अभिनेत्री रही अनुष्का शर्मा ने हिन्दू धर्म, सिख धर्म, पुलिस, इत्यादि के बारे में विवादित बाते की है और मुसलमानों को सच्चा इंसान साबित करने की कोशिश की है। एक अन्य मामले में इस्कॉन मंदिर ने विवादित टिप्पणी और फूहड़ कॉमेडी के कारण सुरलीन कौर के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करवाया है। FIR दर्ज होते ही दो कौड़ी की महिला कॉमेडियन ने माफी मांग ली लेकिन इस्कोन मंदिर ने मामले को आगे चलाने की बात कही है। भारतीय टीम के गुस्सैल क्रिकेटर में शुमार विराट कोहली ने पाताल लोक विवाद में अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा का समर्थन किया है।
ये पहला मौका नही है जब हिंदी फिल्मों के कलाकारों विवादों में रहे हो। अगर आप गौर से देखे तो बॉलीवुड पर मुस्लिम माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम का राज रहा है। ये मुस्लिम गुंडा फिल्मी कलाकारों से रंगदारी मांगने का काम करता था। ये अपना काला पैसा हिंदी फिल्मों में लगाता और इसी के निर्देश पर एक के बाद हिन्दू धर्म विरोधी फिल्मे बनी। सुपरहिट फिल्मों की कमाई का एक बड़ा हिस्सा दाऊद इब्राहिम और उसके गुर्गे ले जाते थे।
1993 में दाऊद इब्राहिम ने इस्लामिक आतंकवादी देश पाकिस्तान की मदद से मुम्बई में कई जगह बम ब्लास्ट करवाया जिसमे करीब 260 लोग मारे गए और हजारों लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद दाऊद इब्राहिम देश छोड़कर भाग गया और पाकिस्तान से अपने माफिया डॉन वाले बिज़नेस को चलाने लगा।
भारत के कई फिल्मी कलाकार दाऊद इब्राहिम के यार हुआ करते थे। फिर भी भारतीय पुलिस और न्यायपालिका उनका कुछ न उखाड़ सकी। एक सफल हिन्दू अभिनेत्री मोनिका बेदी ने मुस्लिम माफिया डॉन अबू सलेम के चक्कर मे पड़ के अपना फिल्मी कैरियर खराब कर लिया। मशहूर गायक गुलशन कुमार की हत्या में माफिया डॉन दाउद इब्राहिम, अबू सलेम, संगीतकार नदीम सैफी का हाथ था। ये हत्या गुलशन कुमार द्वारा 10 करोड़ फिरौती की रकम देने से मना करने पर की गई थी।
गुलशन कुमार की हत्या के बाद मुसलमानों ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को अपने कब्जे में ले लिया। आजकल फ़िल्म इंडस्ट्री में बूढ़े हो चुके सलमान खान, आमिर खान, सैफ अली खान जैसे लोगो को जबरदस्ती सुपरस्टार का तमगा दिया जाता है। अरबाज़ खान और फरदीन खान जैसे मुस्लिम कलाकार फ़िल्म इंडस्ट्री में फ्लॉप हो चुके है। शुक्र है बूढ़े होते जा रहे खान स्टार्स से भी अब पब्लिक का मोहभंग होने लगा है।
आमिर खान का विवादित इतिहास रहा है। उन्होंने पैसों के लिए अपने बाप और भाई तक को ठगा है। फिल्मी पर्दे पर सत्संग के प्रवचन देने वाले आमिर खान की निजी जिंदगी काफी विवादित है। ये किसी के सगे नही है। अपना मतलब निकल जाने पर किसी भी कलाकार को लात मारते में देरी नही करते है। फ़िल्म इंडस्ट्री की कई महिलाओ के साथ इनके अंतरंग संबंध रहे है। इन्होंने एक ब्रिटिश पत्रकार जेसिका को साथ यौन संबंध बनाए, उसको गर्भवती बना दिया और उसके बच्चे को अपनाने से इनकार कर दिया।
आमीर खान ने अपने टीवी शो "सत्यमेव जयते" ने हिन्दू धर्म की बुराई के बारे में जबरदस्त कटाक्ष किये लेकिन इस्लाम धर्म की बुराई- इस्लामिक आतंकवाद, बहुविवाह, मुसलमानों द्वारा जनसंख्या विस्फोट, मुस्लिम महिलाओं की दुर्दशा, मुलानाओ की मूर्खतापूर्ण हरकते, जैसे विवादित मुद्दे पर बोलने से कन्नी काट गए। एक बार इन्होंने भारत मे 2014 के बाद तहकथित रूप से बढ़ती हुई असहिष्णुता को लेकर देश छोड़ने की बात कही थी जिसपर काफी विवाद हुआ था। लेकिन बेशर्मो की तरह अभी तक देश में ही जमे हुए है। इन्होंने PK जैसी हिन्दू विरोधी मूवी बनाई। मजे की बात ये है कि हर बार इन्होने हिन्दू महिलाओं से शादी की है और अपने बच्चो के मुस्लिम नाम रखे है।
सलमान खान अपने आप को बीइंग ह्यूमन बोलते है। लेकिन ये अभिनेता राजस्थान में संरक्षित जानवर काले हिरण का शिकार करने, साथी कलाकारों के साथ बदसलूकी करने, कई महिलाओं के साथ गुलछर्रे उड़ाने, शराब के नशे में फुटपाथ पर सोये लोगो के ऊपर गाड़ी चढ़ाने और अपने बिगडैल स्वभाव के लिए बदनाम है। पैसों के दम पर इन्होंने भारत की बिकाऊ और भ्रष्ट न्यायपालिका को खरीद लिया और बहुत सारे क्राइम करने के वाबजूद आज भी न्यायालय द्वारा निर्दोष साबित हो कर खुल्ले साँड़ की तरह घूम रहे है। इसी तरह शाहरुख खान अपने पाकिस्तान प्रेम के लिए जाने जाते है।
सोशल मीडिया में इस घटिया अभिनेता में विवादित बयानों की वजह से बहिष्कार की कई मुहिम चल चुकी है। शाहरुख खान ने भी हिन्दू युवती से शादी की है। मुस्लिम अभिनेता नसरुद्दीन खान अपने आप को उच्च दर्जे का अभिनेता मानते है और हिन्दू अभिनेताओं को घटिया बोलते है। ये भारत विरोधी बयान और पाकिस्तान प्रेम के लिए भी जाने जाते है।
सैफ अली खान ने सफल बनने के लिए एक हिन्दू अभिनेत्री का सहारा लिया और बाद में उसे तकाल दे दिया। बाद में इन्होंने करीना कपूर से शादी की। सलमान खान के भाई अरबाज खान अपनी हिन्दू पत्नी मलाइका अरोड़ा को तलाक दे चुके है। बहुत से मुस्लिम अभिनेताओं ने हिन्दू लड़िकयों से शादी की है। इसका दूसरा पक्ष भी है। लेकिन बॉलीवुड में हर अंतरजातीय विवाह सफल नही हुआ है। सेक्स की डिमांड पूरी न करने पर मुस्लिम फोटोग्राफर सैय्यद ने हिन्दू मॉडल की हत्या कर दी। अशरफ शेख ने मॉडल की हत्या कर दी। ऐसे सनसनीखेज वारदात बॉलीवुड में होते रहते है।
भारत मे हर साल हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में हजारों फिल्मे बनती है जिसमे से अधिकांश फ्लॉप हो जाती है। भारतीय फिल्मों के निर्माता फ़िल्म की कहानी पर कोई खास मेहनत नही करते है। अधिकांश भारतीय फिल्मे अंग्रेजी और अन्य भाषाओं की फिल्मों के कंटेंट चोरी करके बनाई जाती है। कमजोर कथा और घटिया एक्टिंग की वजह से कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर पहले ही सप्ताह में पिट जाती है। मैंने काफी समय से हिंदी फिल्मों को देखना छोड़ दिया है क्योंकि उनकी उनकी कहानी में कोई दम नही होता। इसकी जगह मैं साउथ इंडियन और हॉलीवुड मूवीज देखता हूँ।
ऐसा माना जाता हैं को भारतीय फिल्मों पर राजनेताओ और माफिया लोगो का काफी काला धन लगता है। भारत मे अभिनेत्रियों का यौन शोषण आम बात है। आज जरूरत इस बात की है कि भारत की आम जनता घटिया फिल्मो और देशद्रोही बाते करने वाले कलाकारों का बहिष्कार करना शुरू कर दे। तभी फ़िल्म इंडस्ट्री से घटिया तत्वो को दूर किया जा सकता है।
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