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चुनावी मौसम में नीतीश कुमार की मूर्खतापूर्ण हरकत, बिहार में निजी क्षेत्र में आरक्षण देने का कानून पास

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किसी महान दार्शनिक ने कहा है "लोकतंत्र मूर्खो की शासन पद्धति है"। इसमे अनपढ़ गवार पढ़े लिखे लोगो पर राज करते है। भारतीय मीडिया में आई एक रिपोर्ट के अनुसार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में निजी क्षेत्र में उपलब्ध नौकरियों के लिए भी आरक्षण का प्रावधान लागू कर दिया है। इस कानून के लागू होने का मतलब है कि अब बिहार में काम करने वाली कंपनियों को रिक्रूटमेंट की प्रक्रिया में नौकरी का आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की योग्यता के बजाए उनके जात को धर्म का ध्यान रखते हुए नौकरी देनी पड़ेगी। सामान्य वर्ग के आवेदकों को निजी क्षेत्र की नौकरी के लिए भी जाति आधारित भेदभाव का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। मेरी निजी राय में यह कानून बिहार के लिए विनाशकारी साबित होगा। भारत मे जाति आधारित आरक्षण की भेदभावपूर्ण व्यवस्था भारत मे सदियों से जातिवाद चली आ रही है। तथाकथित उच्च और निम्न जाति का चलन भारतीय समाज मे काफी समय से है। इसी आधार पर भारतीय लोगो के बीच भेदभाव किया जाता है। भारत मे लागू आरक्षण व्यवस्था के अनुसार सरकारी नौकरी के लिए उम्मीदवारों के चयन में जाति के आधार पर उम्मीदवारों के

अरविंद केजरीवाल के राज में दिल्ली में अराजकता का आलम

दिल्ली इन दिनों कोरोना वायरस का हॉटस्पॉट बना हुआ है। अरविंद केजरीवाल इस छोटे से राज्य के मुख्यमंत्री है। उनकी मूर्खता और अकर्मण्यता की वजह से दिल्ली में कोरोना वायरस के मामले बढ़ते ही जा रहे है। हालात इतने खराब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण का सामना कर रहे लोगो के इलाज की समुचित व्यवस्था नही है। इस बीमारी से मर रहे लोगो की लाशो को दफनाने या जलाने के लिए जमीन की कमी हो गई है।  केजरीवाल सरकार दिल्ली के अस्पतालों को धमका रही है। अपनी जान जोखिम में डाल कर कोरोना मरीजो का इलाज कर रहे डॉक्टरों और नर्सो को पर्याप्त सुविधाएं नही दी जा रही है। अपनी बेवकूफी का परिचय देते हुए अरविंद केजरीवाल कोरोना संक्रमण का सामना कर रहे लोगो को अस्पताल आने के बजाए घर पर ही रुकने की सलाह दे रहे है ताकि उनके बड़बोलेपन और अव्यवस्था की पोल न खुल जाए।  एक तुगलकी फरमान देते हुए केजरीवाल ने कहा " दिल्ली के अस्पतालों में अब केवल दिल्ली के लोगो का ही इलाज होगा। हलाकि दिल्ली के उपराज्यपाल ने दिल्ली सरकार के फैसलों को पलट दिया है.  अरविंद केजरीवाल एक ड्रामेबाज, मूर्ख, पाखंडी, और भ्रष्ट नेता है। दिल्ली की जनता को फ्री

अभिनेता सोनू सूद की बढ़ती वाहवाही से चिढ़े स्वघोषित सेक्युलर राजनेता

भारतीय फिल्मों में मुख्य रूप से विलेन का किरदार निभाने वाले अभिनेता इन दिनों मीडिया लाइम लाइट में है। कोरोना संकट के दौरान जब देश की केंद्रीय और राज्य सरकारों ने गरीब लोगों और प्रवासी मजदूरों को उनके हाल पर छोड़ दिया तब सोनू सूद ने इंसानियत की मिसाल पेश करते हुए अपने दम प्रवासी मजदूरों और लोगो को उनके गृह राज्य वापस भेजने में मदद की। इसी वजह से यह अभिनेता लोगो की आंखों का तारा बना हुआ और चारो ओर इसकी दिलेरी की प्रशंसा हो रही है। लेकिन यह बात कुछ निक्कम्मे लोगो और राजनेताओ को पच नही रही है।  अच्छे कामो के लिए सोनू सूद की तारीफ करने के बजाए स्वघोषित सेक्युलर राजनीतिक पार्टियों के समर्थक और प्रचारक इस अभिनेता को "बीजेपी का एजेंट" बता रहे है। इसी कड़ी में शिवसेना के बड़बोले नेता संजय राउत ने अपनी बेवकूफी का परिचय देते हुए सोनू सूद की आलोचना कर डाली।  शिवसेना का निर्माण दिवंगत नेता बालासाहेब ठाकरे ने किया था। उनके देहात के बाद ये पार्टी दोफाड़ हो गई। राज ठाकरे ने शिवसेना से अलग होकर अपनी अलग पार्टी बना ली। शिवसेना की छवि एक आक्रमण और अनावश्यक रूप से शोर मचाने वाली पार्टी की रही है। ब

एकता कपूर की विवादित वेब सीरीज पर मचा ववाल

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भारत मे इन दिनों देश विरोधी बाते करने का चलन बढ़ गया है। देश मे मिली अभिव्यक्ति की आज़ादी का गलत फायदा उठाते हुए लोग देश विरोधी बाते करने लगे है। देश की बिकाऊ मीडिया भारत विरोधी बाते करने वालो को तीखे सवाल करने के बजाए भरपूर कवरेज दे कर उनको हीरो बनाने का कोई मौका नही छोड़ती। JNU कांड में देशद्रोह के आरोपी विद्यार्थियों के पक्ष में लगातार मीडिया प्रोपेगंडा होना भारतीय मीडिया की घटती विश्वसनीयता और पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग को दर्शाता है।  इन दिनों टेलीविजन सीरियल बनाने वाली सेलेब्रिटी एकता कपूर विवादों के घेरे में है। उन्होंने एक विवादित वेब सीरीज का निर्माण किया जिसमें ये दिखाया गया कि भारतीय सेना में काम करने वाले सैनिको की पत्नियां अपने पतियों की अनुपस्थिति में अपने बॉयफ्रेंड को घरपर बुला कर सेक्स करती है। इसके अलावे अन्य विवादित बाते की गई है। इस वेब सीरीज के प्रसारित होते ही लोगो का गुस्सा फूट पड़ा। सोशल मीडिया पर एकता कपूर की मूर्खता और असंवेदनशीलता की आलोचना होने लगी। देश के विभिन्न भागों में एकता कपूर के खिलाफ FIR होने लगे। अपनी किरकिरी होते देख एकता कपूर अब माफी मांगने के लिए तैयार

पूरी दुनिया से गुंडागर्दी करता कमीना देश चीन

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इन दिनों अमेरिका बुरे दौर से गुजर रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से अबतक 1 लाख से ज्यादा अमेरिकी नागरिक मारे जा चुके है और कई लाख लोग संक्रमित है। लौकडाउन लगने की वजह से बड़ी संख्या में अमेरिकी नागरिक बेरोजगार हो गए। बहुत सारे लोगो ने बेरोजगारों को मिलने वाली सुविधाओं के आवेदन किया है। कई अमेरिकी कंपनियों ने अपने आप को दिवालिया घोषित कर दिया है। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने में संघीय सरकार की असफलता के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना बढ़ती ही जा रही है। अमेरिकी सरकार ने देश के आम नागरिकों और उद्योग समुदाय को राहत देने के लिए राहत पैकेज की घोषणा की है।  अमेरिका इन दिनों एक और समस्या से जूझ रहा है। अमेरिकी पुलिस के हाथों एक अश्वेत अमेरिकी नागरिक के मारे जाने पर लोगो का गुस्सा लावा बन कर फुट पड़ा है। आये दिन अश्वेत लोगो के खिलाफ होने वाले दुर्भावनापूर्ण व्यवहार से तंग आकर लोग विभिन्न जगहों पर पुलिस और अमेरिकी सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन कर रहे है। अमेरिका के करीब 40 शहरों में अव्यवस्था का आलम है। शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा विरोध प्रदर्शन अब हिंसक हो चला है।  भीड़ म

भारत के सबसे शिक्षित राज्य केरल में असामाजिक तत्वो की मूर्खतापूर्ण हरकत, गर्भवती हथिनी की दर्दनाक मौत

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केरल भारत का सबसे शिक्षित राज्य माना जाता है। यहाँ की साक्षरता दर 93% है। ऐसा माना जाता है कि केवल में पढ़ाई लिखाई का स्तर इतना उच्च है कि यहाँ के मजदूर भी धाराप्रवाह अंग्रेज़ी बोलते है। लेकिन इस राज्य से अब एक ऐसी खबर सामने आ रही है जो मन को विचलित कर देती है और यह बताती है कि केरल के तथाकथित पढ़े-लिखे लोग दिमागी तौर पर कितने पिछड़े हुए है। भारतीय मीडिया में आई एक रिपोर्ट के अनुसार कुछ असमाजिक तत्वों ने एक भूखी और गर्भवती हथिनी को विस्फोटक सामग्री से युक्त फल खाने के लिए दे लिया। फल खाते ही हथिनी के मुंह मे जोरदार विस्फोट हुआ और उसकी दर्दनाक मौत हो गई। गर्भ में पल रहा बच्चा भी मर गया। सोशल मीडिया में इस मामले की जबरदस्त आलोचना हुई। इस मामले में अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। एक NGO ने अपराधियो की सूचना देने वालो को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की है। खबर है कि केरल में एक दूसरा हाथी भी इसी तर्ज पर मारा गया। एक नीचता की पराकाष्ठा है। इस मामले में अब एक व्यकि की गिरफ्तारी हुई है।

हिन्दू धर्म के खिलाफ प्रोपेगैंडा तेज, कई फिल्मी कलाकार विवादों के घेरे में

भारत मे फ़िल्म और विभिन्न टेलीविजन चैनलों पर दिखाए जाने वाले धारावाहिक जनता की मनोरंजन के मुख्य सोर्स है। ग्रामीण भारत मे आज भी बड़े पैमाने पर सिनेमा और धारावाहिक को देखा जाता है। यही कारण है कि भारत मे फ़िल्मी कलाकारों की बहुत पूछ होती है। आम जनता अपने चहेते अभिनेता और अभिनेत्रियों की एक झलक पाने के बेताब रहते है।  साउथ इंडिया में पब्लिक का पागलपन यह है कि वहाँ लोकप्रिय फिल्मी कलाकारों की पूजा की जाती है और उनके मंदिर बने हुए है। भारत की जनता अपनी मेहनत की कमाई में से कुछ पैसे निकाल कर इन फिल्मी सितारों के फिल्मो को बार बार देख के उन्हें सुपरस्टार बना देती है और ढेर सारा पैसा कमाने का मौका देती है। मैं बचपन से ही हिंदी फिल्में देखने का शौकीन था। अपने विद्यार्थी जीवन मे पैसे बचा के सिनेमा हॉल में कलाकारों की मूवीज देखता था। उम्र बढ़ने के साथ-साथ वो आदत बदल गई। हिंदी फिल्मों की उबाऊ और घिसी पिटी थ्योरी को देख देख कर मन में कुढ़न सी होने लगी। सिनेमा में फ़िल्म देखे एक जमाना हो गया। आजकल मैं यूट्यूब और अमेजन प्राइम पर देश विदेश की अच्छी मूवीज देख कर अपना मनोरंजन करता हूँ। हाल के दिनों में हिंदी

दिल्ली के क्रांतिकारी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब भिखमंगी की राह पर, केंद्र से मांगी 5000 करोड़ रुपये की खैरात

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मेनस्ट्रीम मीडिया में आई खबरों के अनुसार दिल्ली के क्रांतिकारी और बड़बोले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने फण्ड की कमी का रोना रोते हुए केंद्र सरकार से तत्काल 5000 करोड़ रुपये की मदद मांगी है। दिल्ली सरकार की तर्कों के अनुसार कोरोना वायरस की महामारी और लगातार हो रही तालाबंदी की वजह से सरकार के राजस्व में भारी कमी आई है। आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया के अनुसार अगर केंद्र सरकार से तत्काल 5000 करोड़ रुपये नही मिले तो दिल्ली सरकार अपने कर्मचारियों को वेतन नही दे पाएगी। इसे ही भिखमंगी बोला जाता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल और इनकी राजनीतिक पार्टी भ्रष्टाचार विरोधी अन्ना आंदोलन की पैदावार है। अन्ना हजारे के आंदोलन के दौरान लोगो ने देखा कि कैसे अरविंद केजरीवाल भारत की राजनीति में बड़े पैमाने पर हो रहे भ्रष्टाचार पर गला फाड़ते और चीखते थे। केजरीवाल और इनकी गैंग केवल अपने आप को ईमानदार और राजनीतिक विरोधियों को चोर, बेईमान, भ्रष्ट, और कपटी कहा करते थे। इन्होंने लोगो से वायदे किया कि अगर वो सत्त्ता में आये यो नए तरीके की राजनीति का शिलान्यास करेंगे।  भ्रष्टाचार, VIP कल्चर, कालाबाजार